नई दिल्ली, 6 जनवरी| भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का सूर्य मिशन आदित्य-L1 आज लैग्रेंज पॉइंट 1 (L1) पर सफलतापूर्वक पहुंच गया है। यह मिशन 5 साल तक चलेगा।
आदित्य-L1 स्पेसक्राफ्ट 126 दिनों में 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करके L1 पर पहुंचा। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मिशन की सफलता पर देशवासियों को बधाई दी है।
स्पेसक्राफ्ट में 440N लिक्विड अपोजी मोटर (LAM) लगी है, जिसकी मदद से इसे L1 पर पहुंचाया गया। यह मोटर इसरो के मंगल ऑर्बिटर मिशन (MOM) में इस्तेमाल की गई मोटर के समान है। इसके अलावा आदित्य-L1 में आठ 22N भ्रस्टर और चार 10N भ्रस्टर हैं, जो इसके ओरिएंटेशन और ऑर्बिट को कंट्रोल करने के लिए जरूरी हैं।
L1 अंतरिक्ष में ऐसा स्थान है, जहां पृथ्वी और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्तियां संतुलित होती हैं। यह पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है। L1 तक पहुंचना और स्पेसक्राफ्ट को इस ऑर्बिट में बनाए रखना कठिन टास्क है। L1 का ऑर्बिटल पीरियड करीब 177.86 दिन है।
आदित्य-L1 मिशन का मुख्य उद्देश्य सूर्य की सतह, वायुमंडल और चुंबकीय क्षेत्र का अध्ययन करना है। यह मिशन सूर्य के बारे में हमारी समझ को गहरा करने में मदद करेगा।