मोहाली | विदेश में बैठे कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने मोहाली के एक बिजनेसमैन से दो करोड़ की रंगदारी मांगी है, तो दूसरे को अपने कारोबार में हिस्सेदार बनाने की धमकी दी है। दोनों को इसके लिए वॉट्सऐप कॉल आई थी। साथ ही पुलिस शिकायत न करने की धमकी भी दी गई थी। बिजनेसमैन की शिकायत पर सोहाना थाने की पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी पर बीएनएस की धारा 308 एक के तहत मामला दर्ज किया है। एक दिन पहले ही पंजाबी सिंगर आर. नेत से भी एक करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया था।
दवा कारोबारी को की थी कॉल
सेक्टर-91 निवासी मोहित ग्रोवर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उसकी मेडिकल फैक्ट्री है। 18 जून को करीब 3 बजे उसे विदेशी नंबर से उसके फोन पर वॉट्सऐप पर कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को गोल्डी बराड़ बताया। साथ ही कहा कि अपने बिजनेसमैन में उनका हिस्सा डाले। अगर उसे किसी चीज या बाउंसरों की जरूरत है तो मुहैया करवा दिए जाएंगे। मोहित ने यह सुनकर फोन काटा तो 10 से 15 बार उसी फोन से कॉल आई। इसके बाद जब उन्होंने दोबारा फोन उठाया तो फोन करने वाले ने कहा कि की उसकी कॉल्स को गंभीरता से लेना । अगर पुलिस को शिकायत देने की कोशिश की तो तेरे परिवार को भारी नुकसान होगा। उसके बाद वह भी डर गया था। साथ ही उसने यह नंबर ब्लॉक कर दिए थे।
प्रॉपर्टी कारोबारी से मांगे 2 करोड़
इसी तरह सेक्टर-78 के प्रॉपर्टी डीलर बसंत को भी विदेशी नंबर से कॉल आई थी। उससे दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई। कॉल करने वाले वाले ने खुद को गोल्डी बराड़ बताया। उन्हें भी जान से मारने की धमकियां दी गई। प्रॉपर्टी डीलर ने भी सोहाना थाने में शिकायत दी थी।
याद रहे कि मोहाली में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी मोहाली के मेयर के दोस्त को रंगदारी के लिए फोन कॉल्स आई थी। इसके अलावा एक अन्य बिजनेसमैन को भी कॉल आ चुकी है। पंजाबी कलाकार गिप्पी ग्रेवाल को रंगदारी की कॉल आई थी। मोहाली में ही सिंगर परमीश वर्मा पर गैंगस्टर दिलप्रीत बावा ने हमला किया थ। पहले उससे रकम मांगी थी।
कौन है गोल्डी बराड़
गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला है। उसका जन्म साल 1994 में हुआ, माता-पिता ने सतविंदर सिंह नाम रखा। पिता पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। बेटे को भी पढ़ा-लिखा कर काबिल बनना चाहते थे, लेकिन सतविंदर उर्फ गोल्डी ने अपनी अलग राह चुन ली।
गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की चंडीगढ़ में हत्या हो गई थी। गुरलाल को इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एक क्लब के बाहर 11 अक्टूबर 2020 की रात गोली मारी गई। वह पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) का छात्र नेता था।
गुरलाल बराड़ गैंगस्टर लॉरेंस का सबसे करीबी था। गुरलाल बराड़ और लॉरेंस स्टूडेंट आर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (SOPU) से जुड़े रहे। गुरलाल बराड़ की हत्या के बाद लॉरेंस गैंग ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि अब नई जंग की शुरुआत है, सड़कों पर खून नहीं सूखेगा।
हत्या का बदला लेकर कनाडा भाग गया
इस हत्या का बदला लेने के लिए गोल्डी ने क्राइम का रास्ता चुना। गोल्डी गैंगस्टर्स के संपर्क में आया। जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस से भी इसकी मुलाकात हुई। फिर गोल्डी ने अपने भाई के कत्ल के आरोपी जिला यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गुरलाल सिंह पहलवान की फरीदकोट में 8 फरवरी 2021 को गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्या के बाद गोल्डी गुपचुप तरीके से स्टूडेंट वीजा पर कनाडा भाग गया।
पुलिस के मुताबिक गोल्डी चेहरा बदल-बदलकर कनाडा में रहता है, ताकि पकड़ में न आ सके। पुलिस के पास इसकी 5 अलग-अलग तस्वीरें हैं। गैंगस्टर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हुआ था।
पंजाब-हरियाणा के शूटर से मूसेवाला की हत्या कराई
29 मई 2022 को मानसा के गांव जवाहरके में मशहूर पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला का कत्ल कर दिया गया। पहले लॉरेंस गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली। फिर गोल्डी बराड़ ने एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू देकर कहा कि मूसेवाला को उसने मरवाया है।
उसने मूसेवाला पर लॉरेंस के कॉलेज फ्रेंड विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में शामिल होने के आरोप लगाए। गोल्डी ने दावा किया था कि पुलिस ने मूसेवाला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की तो मजबूर होकर उसे मर्डर करना पड़ा। गोल्डी ने हरियाणा और पंजाब के 6 शूटर भेजकर मूसेवाला की हत्या करवाई।
UAPA के तहत आतंकी घोषित है गोल्डी
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने UAPA के तहत आतंकी घोषित किया जा चुका है। उसके खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से कनेक्शन सामने आए थे। गोल्डी बराड़ को कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस का राइट हैंड बताया जाता रहा है। वह पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के कत्ल के बाद सुर्खियों में आया था।
गोल्डी बराड़ पंजाब पुलिस के रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर का बेटा है। वह भाई के कत्ल के बाद गैंगस्टर बन गया। अब वह चेहरे बदल-बदलकर क्राइम करवाता रहता रहा है।