जालंधर/फिलौर, 6 जनवरी | यहां एक बड़ी खबर सामने आई है। कड़ाके की ठंड में कमरे से बाहर निकालने के कारण 2 दिन के बच्चे की मौत के मामले में शव को पोस्टमार्टम के लिए श्मशान घाट से निकाला गया। एसडीएम नकोदर, नायब तहसीदार फिल्लौर और जांच अधिकारी की मौजूदगी में दफनाए गए शव को बाहर निकालकर सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। आज डॉक्टरों का एक पैनल शव का पोस्टमार्टम करेगा। बच्ची की मां की सहमति के बाद कोर्ट ने शव का पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया। सामाजिक कार्यकर्ता वकील सुनील मल्हान और कृष्ण लाल ने पीड़िता की मां संगीता को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी।
कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार रात एसडीएम नकोदर गुरसिमरन सिंह ढिल्लों, नायब तहसीलदार सुनीता खुलर और अप्परा चौकी प्रभारी सुखविंदर सिंह ने शव को कब्र से बाहर निकाला। आरोपी साली से एकतरफा प्यार करता था और उस पर शादी करने का दबाव बना रहा था। बता दें कि आरोपी ने अपनी जिद पूरी न होते देख अपनी पत्नी और 2 दिन के बच्चे को कड़ाके की ठंड में कमरे से बाहर फेंक दिया। महिला अपने बच्चे को लेकर 2 दिन तक ठंड में बाहर बैठी रही, जिससे बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी ने बच्चे को दफना दिया। काफी शोर-शराबे के बाद चौकी अपरा में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, लेकिन 16 दिन बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
बहन पर हुए अत्याचार के खिलाफ कमलेश ने आरोपी जीजा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता संगीता के साथ हुई दरिंदगी के बाद सामाजिक कार्यकर्ता वकील सुनील मल्हान ने कोर्ट से बच्ची का पोस्टमॉर्टम कराने की अपील की थी।
बता दें कि कुछ दिन पहले फिल्लौर के गांव चक साहबू में संगीता नाम की महिला ने अपने पति जीतू पर उसके 2 दिन के बेटे की मौत और उसके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था। उसने कहा कि उसके पति ने नवजात बेटे और उसे बाहर बरामदे में ठंड में छोड़ दिया और उसे पीटा और खाने के लिए कुछ भी नहीं दिया, जिसके कारण नवजात की मौत हो गई, शिकायत में कहा गया। अप्पारा को पुलिस को सौंप दिया गया। जिसने बच्चे की मौत का कारण जानने के लिए माननीय न्यायालय में आवेदन दायर किया।
प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में बच्चे के शव को बाहर निकाला गया है और पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल फिल्लौर में रखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि जो भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आएगी उसे माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।