लंदन, 3 जनवरी | ब्रिटेन में वर्चुअल रिएलिटी गेम में एक 16 साल की लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि अनजान लोगों ने उसके अवतार के साथ यह अत्याचार किया। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले की जांच करना कठिन हो सकता है, क्योंकि वर्चुअल रेप को लेकर ब्रिटेन में अभी तक कोई कानून नहीं है। गृह मंत्री ने का कहना है कि इस मामले को आसानी से रद्द किया जा सकता है, लेकिन युवा इसमें गहरे तरीके से डूबे हुए हैं और ऐसे मामलों का उनके दिमाग पर बुरा असर पड़ता है।
मेटा कंपनी की कदम:
मेटा कंपनी, जिसकी पेरेंट कंपनी फेसबुक है, ने यूजर्स की सुरक्षा के लिए पर्सनल बाउंड्री बनाई है। इससे यूजर के अवतार को अनजान लोगों से दूर रखा जाता है। मेटा कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनके प्लैटफॉर्म पर इस तरह के अपराध की कोई जगह नहीं है और वे इसे रोकने के लिए सकारात्मक कदम उठा रहे हैं।
वर्चुअल रेप की चुनौती:
वर्चुअल रेप के मामले बढ़ते जा रहे हैं, और इसमें बच्चियों और युवतियों को भी शामिल हो रहा है। ब्रिटेन के गृह मंत्री ने चेतावनी दी है कि ये घटनाएं असल दुनिया में भी खतरनाक हो सकती हैं और इसे नकारात्मक दृष्टिकोण से नहीं देखा जा सकता।
सांकेतिक आंकड़े:
– वर्चुअल रेप का पहला मामला: 1993 में
– मेटा कंपनी ने पर्सनल बाउंड्री बनाई है उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए
– वर्चुअल रिएलिटी में रेप के मामले बढ़ते जा रहे हैं, खासकर महिलाओं के साथ