नई दिल्ली, 27 दिसंबर | भारत आटा और भारत दाल के बाद अब सरकार ने भारत चावल पेश किया है। आम आदमी पर महंगाई की छाया न पड़े इसके लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। बाजार चाहे कितना भी महंगा क्यों न हो, आम आदमी की थाली सस्ती रखने के लिए हर चीज डिस्काउंट रेट पर बेची जा रही है।
मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय चावल 25 रुपये प्रति किलो बेचा जाएगा। यह चावल सरकारी एजेंसियों के जरिए आम आदमी तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (NAFED), नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF), सेंट्रल भंडार की दुकानों और मोबाइल वैन के जरिए बेचने की तैयारी की जा रही है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चावल की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए भारतीय चावल बेचने की जरूरत है। मंत्रालय का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस साल चावल की कीमत में 14.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और इसकी कीमत 43.3 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। अधिकारी का कहना है कि हमारी कोशिश हमेशा यही रही है कि पहले कीमतों पर काबू पाया जाए और फिर महंगाई पर।
फिलहाल केंद्र सरकार आटा और चना भी सस्ते दाम पर बेच रही है। सरकारी एजेंसियों के आउटलेट पर भारतीय आटा 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम और भारतीय दाल 60 रुपये प्रति किलोग्राम बेची जा रही है। इसके लिए देशभर में 2,000 रिटेल प्वाइंट बनाए गए हैं। भारतीय चावल भी इसी तरह बिकेगा।