चंडीगढ़, 13 सितंबर | बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने 5 गुमशुदा लड़कों, जिनकी उम्र 5 से 10 साल के बीच थी, को उनके परिवारों से सफलतापूर्वक मिलवाया है। यह काम सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन डॉ. गुरप्रीत कौर, समिति के सदस्य विनीता अरोड़ा, हिमानी मान, नील रॉबर्ट्स, विशालप्रीत रपरी, रेजिडेंट मैनेजर ललित अरोड़ा और पंचकूला की मानव तस्करी विरोधी इकाई के एएसआई राजेश के प्रयासों से संभव हुआ। डॉ. गुरप्रीत कौर ने बताया कि ये बच्चे पहले बचाए गए थे और कुछ समय से मलोया, चंडीगढ़ के स्नेहालय में रह रहे थे।
डॉ. गुरप्रीत कौर ने कहा, “ये सभी बच्चे चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में बेसहारा हालत में मिले थे और फिर पुलिस और चाइल्डलाइन के माध्यम से स्नेहालय लाए गए थे। ये अपने परिवारों के बारे में जानकारी देने में असमर्थ थे।” डॉ. गुरप्रीत कौर ने बताया कि इन बच्चों में से एक 8 साल का बच्चा था, जो एक साल से ज्यादा समय से लापता था। उसे भी सफलतापूर्वक उत्तर प्रदेश में उसके परिवार से मिलवाया गया। बच्चों के परिवार अपने बच्चों को पाकर बहुत खुश थे।
चेयरपर्सन ने यह भी बताया कि उन्हें एएसआई राजेश की बच्चों को उनके परिवारों से मिलवाने की बेहतरीन कोशिशों के बारे में पता चला। इसके बाद उन्होंने उनसे मदद के लिए संपर्क किया, और राजेश के प्रयासों से ही यह मिशन सफल हो पाया।