नई दिल्ली, 12 सितंबर | टोल प्लाजा अब इंतजार नहीं करना होगा। फास्टैग का समय पूरा हो चुका है। सरकार नया सिस्टम लेकर आ गई है। इसमें आपको सिर्फ कार ड्राइव करना है और टोल अपने आप कट जाएगा। इस सिस्टम को सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम का नाम दिया गया है। इसमें फास्टैग स्कैन करने की भी जरूरत नहीं रहेगी। सैटेलाइट सिस्टम में कार की पहचान करके सैटेलाइट टोल कलेक्ट करेगा।
हालांकि सरकार फास्टैग को खत्म नहीं करेगी। शुरुआत लोगों को फास्टैग और सैटेलाइट दोनों सिस्टम मिलेंगे। बाद में समय के साथ पूरा सिस्टम सैटेलाइट पर ही ट्रांसफर कर दिया जाएगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से यह फैसला लिया गया है।
नियमों में बदलाव
दरअसल, सरकार ने नेशनल हाइवे फीस नियम 2008 में संशोधन किया है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन को भी शामिल कर लिया गया है। यह फैसला सैटेलाइट टोल कलेक्शन सिस्टम की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे टोल कलेक्शन प्रक्रिया को और आसान और सुविधाजनक बनाया जा सके।
कैसे काम करेगा सैटेलाइट बेस्ड सिस्टम?
इस सिस्टम में टोल प्लाजा पर गाड़ियों को रोकने की जरूरत नहीं होगी। आपकी कार या गाड़ी में लगे उपकरण के जरिए सैटेलाइट खुद ही टोल की रकम काट लेगा। लोकेशन आधारित यह प्रणाली पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी, जिसमें टोल शुल्क उस लोकेशन के आधार पर कटेगा, जहां से आप गुजरेंगे।