नई दिल्ली, 27 दिसंबर | देश में सोने के आभूषणों की कीमतें कम होने वाली हैं। इसको लेकर मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से बड़ी मात्रा में सोना आयात करने की इजाजत दे दी है। मुक्त व्यापार समझौते के तहत यूएई से रियायती शुल्क पर सोना आयात किया जाएगा। इस संबंध में दो लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि देश में ज्यादातर सोना आयात किया जाता है। इसके तहत सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा अधिकृत ज्वैलर बैंकों को यूएसई से सोना आयात करने की अनुमति दे दी है।
वर्ष 2023-24 में भारत में 140 टन सोने के आयात पर एक प्रतिशत शुल्क लाभ देने का निर्णय लिया गया है। राजस्व विभाग ने हाल ही में एक अधिसूचना जारी कर कहा कि टैरिफ दर कोटा का लाभ उठाने के लिए पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर अथॉरिटी ने इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के जरिए ज्वैलर्स को यह जानकारी दी है।
व्यापार समझौते के तहत, संयुक्त अरब अमीरात ने भारत को टैरिफ दर कोटा के बदले में सोने के आभूषण निर्यात के लिए तत्काल शून्य शुल्क बाजार पहुंच की पेशकश की है, जो पहले 5 प्रतिशत आयात शुल्क था। 2022-23 में सोने का आयात 110 टन और 2023-24 में 140 टन निर्धारित किया गया है। अगले 5 वर्षों में सोने का आयात धीरे-धीरे बढ़ाकर 200 टन तक किया जाएगा। व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि अब भारतीय आयातक 15 फीसदी के बजाय 14 फीसदी टैक्स देकर यूएई से सोना आयात कर सकते हैं।
आयात शुल्क में एक फीसदी की छूट
इस संबंध में फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन के महानिदेशक अजय सहाय का कहना है कि सरकार द्वारा आयात कर में 1 फीसदी की छूट से सोने के आभूषणों की कीमत में कमी आएगी। रतन ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के उत्तरी क्षेत्र के चेयरमैन अशोक सेठ ने कहा कि सरकार ने मुक्त व्यापार समझौते के तहत यह फैसला लिया है।