चंडीगढ़, 27 अगस्त | चंडीगढ़ साइबर पुलिस स्टेशन ने एक सरकारी सेवानिवृत्त अधिकारी से पैसे निवेश करवा कर अच्छा मुनाफा कमाने का झांसा देकर एक करोड़ 68 लाख रुपए की ठगी मारने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान साहिल निवासी पटियाला और बलविंदर के रूप में हुई है।
जालसाज इतने चतुर थे कि उन्होंने पीड़ित को शुरुआती निवेश पर अच्छा मुनाफा दिखाया। बाद में जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की तो आरोपी ने उसका खाता ब्लॉक कर दिया। मामले में साइबर थाना पुलिस ने पीड़ित सेवानिवृत्त अधिकारी की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर ले लिया है। आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस इस ठगी गिरोह के सरगना का पता लगाने में जुटी है, जो फिलहाल फरार बताया जा रहा है।
आरोपी ने 4 हजार में बेच दिया उसका बैंक खाता
पीड़ित की शिकायत पर साइबर पुलिस ने खाते से ट्रांसफर किए गए पैसों का मनी ट्रेल ट्रेस करते हुए पाया कि पीड़ित के खाते से ट्रांसफर की गई रकम में से 5 लाख रुपये बलविंदर नाम के व्यक्ति के खाते में गए हैं। इसके बाद पुलिस ने आरोपी बलविंदर के बैंक खाते की मदद से उसका पता ढूंढ लिया और उसके साथ एक और आरोपी साहिल को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रिमांड के दौरान आरोपी बलविंदर ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि उसने अपना बैंक खाता महज 4 हजार रुपये में इस पूरे धोखाधड़ी के खेल के मास्टरमाइंड को बेच दिया था। गिरफ्तार आरोपियों द्वारा रिमांड के दौरान किए गए इस खुलासे के बाद पुलिस ठगी के इस गिरोह के फरार सरगना का पता लगाने में जुटी है।
सेक्टर 40 के अमरवीर के साथ धोखाधड़ी हुई
सेक्टर-40 निवासी अमर वीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया था, जिसमें निवेश करने पर ऊंची ब्याज दर पर मुनाफा दिलाने का वादा किया गया था। मैसेज पढ़ने के बाद उसने नीचे दिए नीले लिंक पर क्लिक किया और वह एक ऑनलाइन ग्रुप में शामिल हो गया। उस ग्रुप में 100 से ज्यादा ग्रुप मेंबर्स को पैसा लगाकर अच्छा मुनाफा कमाने के दिशा-निर्देश दिए जा रहे थे।